इसपर से शशांक के अनेक दोषों की बात उठी और साथ ही नीरद इस अत्यन्त शोचनीय दुर्भावना को भी दबाकर नहीं रखसका कि उनमें बहुत से ऐसे दोष अभी ढके हुए ...

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